मनेन्द्रगढ़/एमसीबी
जनकपुर थाना अंतर्गत मध्यप्रदेश से लाकर अवैध नशीली दवाओं को खपाने के मामले में पुलिस ने 2 तस्करों से 120 नग अवैध कफ सिरप जप्त करने में सफलता प्राप्त कर ली है साथ ही नशीली दवाओं के परिवहन में उपयोग किये जा रहे मोटरसाइकिल को भी जप्त कर लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध थाना जनकपुर में अपराध क्रमांक – 227/2024 धारा 21 (सी) एनडीपीएस एक्ट का,अपराध पंजीबद्ध किया है,
मामले का खुलासा करते हुए थाना प्रभारी जनकपुर निरीक्षक दीपेश सैनी ने बताया की पुलिस अधीक्षक चन्द्रमोहन सिंह द्वारा अवैध नशे के कारोबार पर अंकुश लगाने और लगातार प्रभावी कार्यवाही करने का निर्देश दिया जा रहा है। इसी के परिपालन में पुलिस अनुविभागीय अधिकारी ए. टोप्पो के मार्गदर्शन में थाना जनकपुर पुलिस द्वारा मुखबिरों के माध्यम से सूचना संकलन किया जा रहा था, इसी दौरान 21 नवम्बर 2024 को मुखबिर से सूचना मिली की ग्राम भरतपुर निवासी पप्पू खान अपने एक साथी के साथ ग्राम ददरी जिला सीधी (मध्यप्रदेश) की तरफ से अपने मोटरसाइकिल में नशीली दवाई सिरप लेकर अवैध रूप से बेचने के लिये जनकपुर की ओर आ रहा है।
मुखबिर के बताये स्थान ग्राम घोडधरा मेन रोड पुलिया के पास पहुंच कर पुलिस द्वारा नाकाबंदी किया गया। कुछ देर बाद दो व्यक्ति एक मोटरसाइकिल में ग्राम ताल की ओर से ग्राम घोरधरा की तरफ आते हुए दिखाई दिये जिन्हें घेराबंदी कर रोकवाकर पूछताछ करने पर उन्होंने अपना नाम अनवर अली उर्फ पप्पू खान पिता आजाद मोहम्मद उम्र 46 वर्ष निवासी ग्राम भरतपुर जिला एमसीबी (छ.ग.) और अजय सिंह बघेल पिता जयराम सिंह उम्र 33 वर्ष निवासी जनकपुर वार्ड नं. 09 थाना जनकपुर का रहने वाला बताया। उनके कब्जे से एक पीले रंग की प्लास्टिक की बोरी के अंदर रखा एक खाखी रंग के कार्टून, कार्टून के अंदर प्लास्टिक के पन्नी से पैक चार अलग-अलग पैकेट, प्रत्येक में 30-30 नग शीशी 100 एम.एल. का प्रत्येक शीशी पर कोरेक्स कफ सिरप जिसमें कुल 120 नग शीशी जिसका कुल कीमत लगभग 21,600 /- रूपये तथा घटना में प्रयुक्त एक नीले कालेरंग का मोटरसाइकिल क्रमांक जिसका रजिस्ट्रेशन नंबर सीजी 16 सीएल 3184 पुरानी मोटर सायकल कुल 51600 रुपये को जब्त कर आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है।
सम्पूर्ण कार्यवाही में निरीक्षक दीपेश सैनी की टीम थाना प्रभारी जनकपुर और, सउनि दिनेश चौहान, प्रधान आरक्षक संजय पाण्डेय, जय ठाकुर, राजाराम पैकरा, आरक्षक मदनलाल राजवाड़े, मनोज कुमार, रवि सिंह, दीपक मिंज की महत्वपूर्ण भूमिका रही।